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Waves OTT प्लेटफॉर्म लॉन्च केबल और डीटीएच ऑपरेटर्स में मचा हड़कंप !

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Waves OTT प्लेटफॉर्म लॉन्च केबल और डीटीएच ऑपरेटर्स में मचा हड़कंप !

प्रसार भारती ने हाल ही में लम्बे समय से इंतज़ार में ओटीटी प्लेटफॉर्म वेव्स को औपचारिक रूप से लॉन्च किया है।

गोवा में आयोजित 55वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) के दौरान गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव संजय जाजू की मौजूदगी में इस प्लेटफॉर्म को पेश किया गया। यह लॉन्च प्रतिस्पर्धी डिजिटल स्ट्रीमिंग मार्केट में प्रसार भारती का एक बड़ा कदम है।

Waves को लेकर दर्शकों और उद्योग दोनों में उत्साह देखा जा रहा है, लेकिन साथ ही इसने केबल और डीटीएच ऑपरेटरों के बीच गंभीर चिंता भी पैदा कर दी है।

Waves OTT में क्या है खास?

Waves OTT भारतीय संस्कृति और अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण को जोड़ने का एक शानदार प्रयास है। यह प्लेटफॉर्म 12 से अधिक भाषाओं में उपलब्ध है, जिनमें हिंदी, अंग्रेजी, बंगाली, मराठी, कन्नड़, मलयालम, तेलुगु, तमिल, गुजराती, पंजाबी और असमिया शामिल हैं। यह प्लेटफॉर्म 10 से अधिक श्रेणियों में इन्फोटेनमेंट सामग्री प्रदान करता है।

Waves पर मिलने वाली प्रमुख सुविधाएं:

  • लाइव टीवी स्ट्रीमिंग: 71 लाइव चैनल्स, जिनमें सभी दूरदर्शन और आकाशवाणी चैनल शामिल हैं।
  • वीडियो ऑन डिमांड: दर्शकों को उनकी पसंद का कंटेंट ऑन-डिमांड उपलब्ध है।
  • फ्री-टू-प्ले गेमिंग: मनोरंजन के साथ गेमिंग का आनंद।
  • रेडियो स्ट्रीमिंग: आकाशवाणी के रेडियो चैनल्स का सीधा प्रसारण।
  • ई-कॉमर्स इंटीग्रेशन: ONDC-समर्थित ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के जरिए ऑनलाइन शॉपिंग।

प्लेटफॉर्म पर B4U, ABZY, SAB ग्रुप और 9X मीडिया जैसे एंटरटेनमेंट चैनल्स और इंडिया टुडे, रिपब्लिक, एबीपी न्यूज, न्यूज नेशन और एनडीटीवी इंडिया जैसे प्रमुख न्यूज चैनल्स उपलब्ध हैं। हालांकि, शीर्ष चार ब्रॉडकास्टर्स के चैनल्स Waves पर अभी शामिल नहीं हैं।

डिजिटल क्रांति के दौर में प्रसार भारती का कदम

Waves OTT के लॉन्च के साथ प्रसार भारती ने डिजिटल क्रांति में एक नया अध्याय जोड़ा है। इस प्लेटफॉर्म का उद्देश्य न केवल युवाओं को आकर्षित करना है, बल्कि उन दर्शकों को भी जोड़ना है जो दूरदर्शन के क्लासिक कार्यक्रमों के साथ बड़े हुए हैं।

Waves की कंटेंट लाइब्रेरी में रामायण, महाभारत, शक्तिमान, और हम लोग जैसे लोकप्रिय शो शामिल हैं, जो भारतीय संस्कृति और भावनात्मक जुड़ाव को पुनर्जीवित करते हैं। इसके अलावा, यह क्षेत्रीय और डॉक्यूमेंट्री कंटेंट भी पेश करता है, जो विविधता को दर्शाता है।

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने कहा, “यह प्लेटफॉर्म पारंपरिक टीवी और आधुनिक स्ट्रीमिंग के बीच की खाई को पाटने का काम करेगा। Waves अपनी दशकों पुरानी विरासत और तकनीक-प्रेमी दर्शकों के बीच संतुलन बनाकर नए युग की मांग को पूरा करता है।

केबल और डीटीएच ऑपरेटर्स की बढ़ी चिंताएं

Waves के लॉन्च के बाद केबल और डीटीएच ऑपरेटर्स के बीच हलचल मच गई है। इंडस्ट्री विशेषज्ञों का मानना है कि लीनियर टीवी चैनल्स की मुफ्त उपलब्धता के कारण परंपरागत ऑपरेटर्स को नुकसान हो सकता है।

केबल और डीटीएच ऑपरेटर पहले से ही डीडी फ्री डिश के दबाव में हैं, जो मुफ्त सैटेलाइट टीवी सेवाएं प्रदान करता है। अब Waves के आने से उनकी चुनौतियां और बढ़ गई हैं।

एक वरिष्ठ ब्रॉडकास्ट एक्सपर्ट ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “सब्सक्राइबर्स ऑन-डिमांड कंटेंट और लचीलापन चाहते हैं, जिसके कारण ओटीटी प्लेटफॉर्म्स का रुझान बढ़ा है। Waves पर चैनल्स की मुफ्त उपलब्धता उन दर्शकों को भी आकर्षित करेगी, जो अब तक केबल या डीटीएच से जुड़े थे।”

नियमों के उल्लंघन पर उठा विवाद

ऑल इंडिया डिजिटल केबल फेडरेशन ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को पत्र लिखकर शिकायत की है कि Waves पर लीनियर टीवी चैनल्स की स्ट्रीमिंग 2022 की अपलिंकिंग और डाउनलिंकिंग गाइडलाइंस का उल्लंघन करती है।

इन नियमों के तहत, सैटेलाइट टीवी चैनल रिसेप्शन डिकोडर्स केवल केबल ऑपरेटर, डीटीएच ऑपरेटर, आईपीटीवी सेवा प्रदाता, और एचआईटीएस ऑपरेटर्स को ही दिए जा सकते हैं।

फेडरेशन ने कहा, “Waves पर निजी चैनल्स की स्ट्रीमिंग न केवल नियमों का उल्लंघन है, बल्कि इससे केबल ऑपरेटर्स का सब्सक्राइबर बेस और अधिक घट सकता है।”

विज्ञापन राजस्व मॉडल और ब्रॉडकास्टर्स की स्थिति

प्रसार भारती ने ब्रॉडकास्टर्स के लिए एक आकर्षक राजस्व-साझाकरण मॉडल पेश किया है। इस मॉडल के तहत ब्रॉडकास्टर्स को विज्ञापन राजस्व का 65% और प्रसार भारती को 35% हिस्सा मिलेगा।

हालांकि, प्रमुख चार टीवी नेटवर्क ने इस प्लेटफॉर्म पर अपने चैनल्स स्ट्रीम करने से इनकार कर दिया है। सूत्रों के अनुसार, इन ब्रॉडकास्टर्स ने अपनी ओटीटी सेवाओं पर मजबूत उपस्थिति के कारण ऐसा निर्णय लिया।

इसके बावजूद, Waves को विभिन्न शैलियों के 106 चैनल्स से आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 44 चैनल्स का चयन किया गया और 40 ने प्लेटफॉर्म से जुड़ने पर सहमति व्यक्त की।

शहरी दर्शकों पर सीमित प्रभाव

हालांकि Waves के लॉन्च को लेकर उत्साह है, लेकिन इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का मानना है कि इसका प्रभाव शहरी दर्शकों पर सीमित होगा।

एक ओटीटी एक्सपर्ट ने कहा, “यह प्लेटफॉर्म समाचार और क्लासिक कार्यक्रमों के लिए अच्छा है, लेकिन शहरी दर्शकों के बीच इसके विस्तार में समय लग सकता है।”

भविष्य की दिशा

Waves के जरिए प्रसार भारती ने डिजिटल क्षेत्र में एक साहसिक कदम उठाया है। यह प्लेटफॉर्म भारतीय संस्कृति और आधुनिक तकनीक का संगम है।

हालांकि, केबल और डीटीएच ऑपरेटरों की चिंताओं के बीच यह देखना दिलचस्प होगा कि Waves कैसे अपने दर्शकों का विस्तार करता है और बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करता है

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