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Donald Trump का Elon Musk और Vivek Ramaswami पर भरोसा: सरकारी दक्षता विभाग’ की कमान आयी हाथ में

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Donald Trump का Elon Musk और Vivek Ramaswami

मंगलवार को ट्रंप ने घोषणा की कि ये दोनों उनके प्रशासन के नवगठित ‘सरकारी दक्षता विभाग’ का नेतृत्व करेंगे. यह विभाग सरकारी नौकरशाही को बेहतर बनाने, अनावश्यक नियमों को हटाने और संघीय एजेंसियों को अधिक कुशल बनाने का काम करेगा.

सरकार में बड़े सुधार की तैयारी

ट्रंप ने अपने बयान में कहा, “मस्क और रामास्वामी मेरी सरकार में प्रशासनिक दक्षता लाने, खर्चों में कटौती करने और एक छोटी लेकिन प्रभावी सरकार का मार्ग प्रशस्त करने में मदद करेंगे.

हमारा लक्ष्य 4 जुलाई, 2026 तक इन सुधारों को पूरा करना है. यह स्वतंत्रता की घोषणा की 250वीं वर्षगांठ पर देश को हमारा तोहफा होगा.” यह पहली बार है कि किसी अमेरिकी राष्ट्रपति ने निजी क्षेत्र के इतने बड़े नामों को सीधे प्रशासनिक सुधारों का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी दी है।

टेस्ला, स्पेसएक्स और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ के प्रमुख एलन मस्क ने अपने चुनाव अभियान में ट्रंप का खुलकर समर्थन किया था। वहीं, एक सफल दवा कंपनी के संस्थापक विवेक रामास्वामी ने पहले रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद की दौड़ में ट्रंप के खिलाफ दावा पेश किया था, लेकिन बाद में उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया और ट्रंप का समर्थन किया।

कौन हैं विवेक रामास्वामी?

विवेक रामास्वामी भारतीय मूल के अमेरिकी व्यवसायी और लेखक हैं। उन्होंने अमेरिका में दवा उद्योग में अपना बड़ा नाम बनाया है। रामास्वामी ने राजनीति में प्रवेश करते हुए रिपब्लिकन पार्टी से राष्ट्रपति चुनाव भी लड़ा था, लेकिन ट्रंप के समर्थन में उन्होंने अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली थी।

अब उन्हें ट्रंप प्रशासन में ‘सरकारी दक्षता विभाग’ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए चुना गया है। ट्रंप ने अपने बयान में कहा, “रामास्वामी एक कुशल नेता हैं और उनकी व्यावसायिक सूझबूझ हमारी सरकार के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी।

मस्क और रामास्वामी की नियुक्ति से क्या होगा?

नवगठित ‘सरकारी दक्षता विभाग’ का मुख्य उद्देश्य सरकारी प्रक्रियाओं को सरल और कुशल बनाना है। यह विभाग फिजूलखर्ची में कटौती करेगा और सरकारी एजेंसियों के पुनर्गठन पर काम करेगा।

ट्रंप प्रशासन को उम्मीद है कि मस्क के नेतृत्व कौशल और तकनीक में विशेषज्ञता के साथ, वह सरकारी कामकाज को डिजिटल और अत्याधुनिक बनाएंगे।

साथ ही, रामास्वामी की प्रबंधन दक्षता और प्रशासनिक सुधारों में अनुभव सरकार के फिजूलखर्ची को कम करने में मदद करेगा। ट्रंप ने कहा, “मस्क और रामास्वामी का निजी क्षेत्र में योगदान सराहनीय है। मैं चाहता हूं कि वे दोनों हमारे प्रशासनिक सुधारों को गति दें और हमें एक प्रभावी सरकार का मॉडल पेश करने में मदद करें।”

माइकल वाल्ट्ज बने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA)

इसके साथ ही ट्रंप ने एक और महत्वपूर्ण नियुक्ति की घोषणा की है। उन्होंने रिपब्लिकन सांसद और पूर्व सैनिक माइकल वाल्ट्ज को अपना राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) नियुक्त किया है।

वाल्ट्ज ‘आर्मी नेशनल गार्ड’ के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं और अमेरिकी सेना में सेवा दे चुके हैं। फ्लोरिडा से तीन बार सांसद रह चुके वाल्ट्ज ने हाल ही में फिर से अमेरिकी संसद का चुनाव जीता है। ट्रंप ने उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में अहम जिम्मेदारी दी है।

ट्रंप प्रशासन का लक्ष्य क्या होगा?

डोनाल्ड ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान वादा किया था कि वे अमेरिकी प्रशासन में बड़े सुधार लाएंगे। उनकी योजना सरकारी कामकाज को तेज और प्रभावी बनाने की है। 4 जुलाई 2026 को स्वतंत्रता की घोषणा की 250वीं वर्षगांठ पर ट्रंप का लक्ष्य अमेरिका को एक नई और कुशल प्रशासनिक व्यवस्था देना है।

एलन मस्क और विवेक रामास्वामी की नियुक्ति इसी दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। अगर ट्रंप प्रशासन का यह प्रयोग सफल होता है तो यह अमेरिकी राजनीति में एक नई परंपरा को जन्म दे सकता है।

यह देखना दिलचस्प होगा कि मस्क और रामास्वामी की जोड़ी सरकारी सुधारों में कितना योगदान दे पाती है और ट्रंप के इस बड़े लक्ष्य को पूरा करने में कितनी सफल होती है।

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